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18 अगस्त 2012

30 फीसदी घट सकती है आलू की पैदावार

मौसम की बेरुखी से खरीफ में आलू की बुआई कम हुई है और कई इलाकों में सूखे जैसे हालात बनने से इसकी पैदावार 25 से 30 फीसदी घटने की आशंका है। खरीफ का नया आलू आने से आमतौर पर भाव गिरते हैं, लेकिन उत्पादन कम रहने से इस बार आलू सस्ता होने की उम्मीद नहीं है। खरीफ में कर्नाटक, महाराष्ट, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में करीब 20 लाख टन आलू पैदा होता है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के निदेशक आर पी गुप्ता ने बताया, 'कर्नाटक में सूखे के कारण 25 से 30 फीसदी क्षेत्र में ही आलू लगा है। हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में पिछले साल जितनी ही बुआई हुई है, लेकिन महाराष्ट्र में यह घटी है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में बुआई घटने और मौसम प्रतिकूल रहने से खरीफ में इसका उत्पादन 30 फीसदी तक घटने का खटका है।' अखिल भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गधावे के मुताबिक रबी में कम पैदावार के कारण आलू के भाव चढ़ गए हैं और खरीफ में कम बारिश के कारण उत्पादन फिर घटेगा। आजादपुर मंडी के आलू कारोबारी त्रिलोक शर्मा ने कहा कि उत्पादन घटने पर भी आलू का पर्याप्त भंडार है, लेकिन कम उत्पादन का हौवा दिखाकर सटोरिये दाम बढ़ा रहे हैं वरना मंडी में रोजाना 20 ट्रक आलू बिकने से बच ही जाता है और 70 फीसदी आलू अब भी कोल्ड स्टोर में बचा है। कोल्ड स्टोर वाले आलू का थोक भाव मंडी में 1,200 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल है। (BS Hindi)

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