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10 जुलाई 2012

मानसून बदल सकता है मक्का के मूल्य का रुख

मानसून में देरी होने से बुवाई धीमी और मूल्य में रही तेजी विदेश से तेजी के संकेत अमेरिका के मक्का उत्पादक क्षेत्रों में सूखे की आशंका से अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का की कीमतें बढ़ रही हैं। मक्का की कीमतें वियतनाम में 348 डॉलर और चीन में 339-343 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गई हैं। निर्यातकों का मार्जिन बढऩे से उनकी खरीद अच्छी है। मानसून की देरी के चलते चालू खरीफ में मक्का की बुवाई पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 25 फीसदी कम क्षेत्र में हो पाई है। जबकि पोल्ट्री और स्टार्च मिलों की मांग पहले की तुलना में बढ़ी है। खरीफ मक्का की नई फसल की आवक में दो महीने का समय हो सकता है जबकि निर्यातकों की मांग भी बराबर बनी हुई है। हालांकि मानसून सक्रिय होने से खरीफ में मक्का की बुवाई तेज हो सकती है। इससे मक्का की तेजी की संभावना घट सकती है और मूल्य में नरमी का रुख आ सकता है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मक्का की बुवाई अभी तक केवल 14.43 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 19.28 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। खरीफ मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्यों में राजस्थान में बुवाई अभी शुरू ही नहीं हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 4.76 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। उधर, कर्नाटक में बुवाई पिछले साल के 5.4 लाख हैक्टेयर से घटकर 2.25 लाख हैक्टेयर में, पंजाब में 1.28 लाख हैक्टेयर से घटकर केवल 90,000 हैक्टेयर में ही हुई है। बीएम इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर एम. एल. अग्रवाल ने बताया कि चालू खरीफ में बुवाई में कमी आई है जबकि पोल्ट्री और स्टार्च मिलों की मांग पहले की तुलना में बढ़ गई है। इसीलिए पिछले पंद्रह दिनों में मक्का की कीमतों में करीब 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। दिल्ली में मक्का के दाम बढ़कर 1,200 से 1,250 रुपये और बिहार की मंडियों में 1,100 से 1,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उधर, आंध्र प्रदेश की निजामाबाद मंडी में दाम बढ़कर 1,300 से 1,350 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। अमेरिकी कृषि विभाग में भारतीय प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि अमेरिका के मक्का उत्पादक क्षेत्रों में सूखे की आशंका बनी हुई है जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का की कीमतें बढ़ रही हैं। मक्का की कीमतें वियतनाम में 348 डॉलर प्रति टन और चीन में 339-343 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) हो गए हैं। डॉलर की मजबूती से भारतीय निर्यातकों का मार्जिन भी बढ़ गया है। जबकि चालू मक्का सीजन में सितंबर 2011 से अभी तक करीब 24 लाख टन मक्का का निर्यात हो चुका है। एनसीडीईएक्स पर अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में महीनेभर में मक्का की कीमतों में 14.1 फीसदी की तेजी आ चुकी है। सात जून को अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में मक्का का दाम 1,165 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शनिवार को बढ़कर 1,330 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। (Business Bhaskar...R S Rana)

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