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23 जून 2012

मेंथा तेल में और गिरावट की संभावना

पैदावार में बढ़ोतरी और निर्यात मांग कमजोर होने से मेंथा तेल की मौजूदा कीमतों में और भी 10 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है। पिछले 15 दिनों में इसकी कीमतों में 125 रुपये की गिरावट आकर भाव 1,425 रुपये प्रति किलो रह गए हैं। चालू सीजन में मेंथा तेल के उत्पादन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल उत्पादन 40,000 टन का होने का अनुमान है। उत्तरप्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि चालू सीजन में मेंथा की बुवाई में तो बढ़ोतरी हुई थी, साथ ही मौसम भी फसल के अनुकूल रहा है। इसीलिए चालू सीजन में मेंथा तेल का उत्पादन पिछले साल से 15 फीसदी बढऩे का अनुमान है। पिछले साल मेंथा तेल का उत्पादन करीब 34,000 से 35,000 टन का हुआ था। जबकि चालू सीजन में उत्पादन 40,000 टन होने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में नए मेंथा तेल की आवक का दबाव बना हुआ है इसीलिए कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। एसेंशियल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष योगेश दुबे ने बताया कि उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के आयातक नए आयात सौदे सीमित मात्रा में कर रहे हैं। आयातक अप्रैल-मई में 30 डॉलर प्रति किलो की दर से क्रिस्टल बोल्ड के खरीद सौदे कर रहे थे लेकिन अब 26-28 डॉलर का भाव ऑफर कर रहे हैं। भारतीय मसाला बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2011-12 के पहले दस महीनों (अप्रैल से जनवरी) में मेंथा उत्पादों के निर्यात में छह फीसदी की कमी आई है। इस दौरान 12,800 टन मेंथा उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 13,550 टन का निर्यात हुआ था। कांता केमिकल के प्रबंधक जुगल किशोर ने बताया कि उत्पादक मंडियों में नए तेल की आवक बढ़कर 1,100 से 1,200 ड्रम (एक ड्रम-180 किलो) की हो गई है। मौसम फसल के एकदम अनुकूल है, ऐसे में आगामी दिनों में और में और बढ़ोतरी की संभावना है। उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल का दाम घटकर शुक्रवार को 1,420-1,425 रुपये प्रति किलो रह गया जबकि क्रिस्टल बोल्ड का दाम 1,650 से 1,675 रुपये प्रति किलो रह गया है। पिछले 15 दिनों में इसकी कीमतों में 125 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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