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09 अप्रैल 2012

मौसमी मांग की उम्मीद में सोने में उछाल

तीन हफ्ते की हड़ताल के बाद आभूषण कारोबारी काम पर लौट आए, लिहाजा सोने की कीमतें शनिवार को 0.74 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी के साथ बंद हुआ। हालांकि दुकानें खुलने के बाद खरीदारी का रुझान कमजोर रहा, बावजूद इसके सोने में तेजी दर्ज की गई। शनिवार को जवेरी बाजार में सोना स्टैंडर्ड 200 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी के साथ 27,985 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। राजधानी दिल्ली के हाजिर बाजार में हालांकि सोने में 250 रुपये की तेजी आई और यह 28,390 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। इसी तरह स्थानीय बाजार में चांदी 56,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। अक्षय तृतीया के मौके पर आभूषणों की बिक्री के लिए स्टॉकिस्टों की तरफ से सोने की मांग में अचानक तेजी आ सकती है। इस साल 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया है और आम  लोग इस दिन सोना खरीदना शुभ मानते हैं। रिकॉर्ड कीमतों के बावजूद पिछले साल अक्षय तृतीया पर 50 टन सोने की बिक्री हुई थी, जो इससे एक साल पहले के मुकाबले 20 फीसदी ज्यादा था।
17 मार्च को हड़ताल शुरू हुई थी और 21 दिन की हड़ताल के बाद करीब आधे आभूषण विक्रेताओं ने अपनी दुकानें खोलीं। ये दुकानदार 16 मार्च को पेश बजट में सोने पर कर लगाए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे। वित्त मंत्री ने सोने पर सीमा शुल्क 2 फीसदी से बढ़ाकर 4 फीसदी करने और गैर-ब्रांडेड आभूषणों पर 1 फीसदी उत्पाद शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा था। उत्पाद शुल्क की वसूली वैयक्तिक ज्वैलरों द्वारा खुद बिक्री के आकलन के आधार पर लगाया जाना था। सरकार ने एक फॉर्मूला तैयार किया था, जिसके तहत सालाना बिक्री का 30 फीसदी उत्पाद कर के दायरे में लाया गया था। स्रोत पर कर संग्रह दूसरा मुद्दा था, जिसका विरोध ज्वैलर कर रहे हैं। इसके तहत 2 लाख रुपये से ऊपर के आभूषणों की नकद बिक्री पर 1 फीसदी अतिरिक्त कर लगाया जाना था। वित्त मंत्री ने ज्वैलरों को आश्वस्त किया है कि मई के पहले हफ्ते में वित्त विधेयक के ऐलान के समय वह इन करों पर फिर से विचार करेंगे। सोना वायदा में भी तेजी दर्ज की गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर जून में डिलिवरी वाला सोना 0.42 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ शनिवार को 28,199 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। एमसीएक्स के आंकड़ों से पता चलता है कि इस धातु की कीमतें अहमदाबाद के हाजिर बाजार में 27,875 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं।
शुक्रवार को हड़ताल समाप्त होने के बावजूद ज्यादातर दुकानें शनिवार को नहीं खुलीं क्योंकि ग्राहकों की सुस्त मांग के बीच ज्वैलर दुकान खोलने नहीं पहुंच पाए। नकोदा बुलियन के ललित जगावत ने कहा - वास्तविकता सोमवार को नजर आएगी, जब बाजार पूरी तरह खुल जाएंगे। (BS HIndi)

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