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01 मार्च 2012

प्याज किसानों की मुश्किलें बढ़ी

जबरदस्त पैदावार ने प्याज किसानों की मुसीबत कर दी है। खरीफ सत्र में भरपूर फसल ने किसानों के लिए लागत निकालना भी दूभर कर दिया है और अब रबी सत्र में उत्पादन बढऩे के अनुमान उन्हें हलकान कर रहे हैं।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास संघ के निदेशक आर पी गुप्ता ने बताया कि रबी के प्याज की आवक 15 मार्च के बाद शुरू हो जाएगी। इस सत्र में इसका उत्पादन 5 फीसदी बढ़कर 89 लाख टन रह सकता है। वर्ष 2011-12 में कुल 158 लाख टन प्याज का उत्पादन होने की अटकलें लगाई जा रही हैं, जो पिछले साल से 4 फीसदी ज्यादा रहेगा।महाराष्ट्र के कारोबारी महेंद्र ठक्कर के मुताबिक मंडियों में प्याज के थोक भाव 300-400 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। दिल्ली के कारोबारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि आजादपुर मंडी में भाव 400 से 700 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 3 महीने में प्याज के भाव घटकर आधे रह गए हैं। हालांकि महीने भर से दिल्ली में दाम 50 से 100 रुपये और महाराष्ट्र में 50 रुपये प्रति क्विंटल सुधरे हैं। ठक्कर कहते हैं कि प्याज की नई खेप आने से मार्च में भाव और गिर सकते हैं। लेकिन शर्मा को दाम में ज्यादा गिरावट के आसार नजर नहीं आ रहे। (BS Hindi)

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