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19 नवंबर 2011

एथेनॉल का मिश्रण, फायदे का सौदा

ई दिल्ली November 18, 2011




सितंबर 2012 में समाप्त होने वाले वर्ष में पेट्रोल में एथेनॉल की मिलावट से तेल कंपनियों को 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी। तीन कंपनियों इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने साल 2011-12 के चीनी सीजन (अक्टूबर-सितंबर) में चीनी उद्योग से 60 करोड़ लीटर एथेनॉल खरीदने का अनुबंध किया है।
निजी चीनी मिलों की अग्रणी संस्था इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के मुताबिक, जब एक बार एथेनॉल की कीमतों का जुड़ाव पेट्रोल से हो जाएगा तो कंपनियों को 27 रुपये प्रति लीटर की मौजूदा कीमत के मुकाबले 33.50 रुपये प्रति लीटर का भाव मिलने लगेगा। सौमित्र चौधरी समिति ने एथेनॉल की कीमतों का जुड़ाव पिछली तिमाही के पेट्रोल से करने की सिफारिश की है और इससे पहले इसमें कर प्रोत्साहन जैसे कुछ समायोजन करने का सुझाव दिया है।
33.50 रुपये प्रति लीटर की एक्स-मिल कीमतों को देखते हुए तेल विपणन कंपनियों के डिपो में एथेनॉल की लागत प्रति लीटर 41.28 रुपये बैठेगी जबकि पेट्रोल की कीमतें 50.36 रुपये प्रति लीटर बैठती है। इन दोनों में अंतर इसलिए है क्योंकि एथेनॉल पर उत्पाद शुल्क की दर कम है और एथेनॉल व पेट्रोल की कीमतों के बीच अंतर है। एथेनॉल पर 10.3 फीसदी का ऐड वेलोरम उत्पाद शुल्क लगता है जबकि पेट्रोल पर 14.78 रुपये प्रति लीटर का विशेष शुल्क है। उपभोक्ताओं को एथेनॉल मिश्रित उत्पाद पेट्रोल की खुदरा कीमतों 66.42 रुपये प्रति लीटर (दिल्ली में) पर बेचा जाता है।
इस्मा के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा - कुल मिलाकर तेल विपणन कंपनियां एथेनॉल के हर लीटर की खरीद पर 20 रुपये की बचत करने में सक्षम होंगी। ऐसे में 60 करोड़ लीटर एथेनॉल की खरीद पर तेल विपणन कंपनियों को साल 2011-12 में ही 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी।
पेट्रोलियम राज्यमंत्री आर पी एन सिंह ने अगस्त में संसद में कहा था कि पिछले वित्त वर्ष में तेल विपणन कंपनियों को एथेनॉल की मिलावट से 154 करोड़ रुपये की बचत हुई थी। साल 2008-09 व 2009-10 में एथेनॉल के मिश्रण से तेल विपणन कंपनियों की कुल बचत 153 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा - एथेनॉल की मिलावट हमारे लिए काफी अच्छी है, लेकिन उन्होंने इस बात ताजा आंकड़े नहीं बताए।
चीनी मिलें पिछले एक साल से ज्यादा समय से 27 रुपये प्रति लीटर पर एथेनॉल की आपूर्ति कर रही है। इस बीच, पिछले एक साल में तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल की कीमतों में कई बार फेरबदल कर चुकी हैं (BS Hindi)

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