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04 अगस्त 2011

प्याज की तेजी रोकने के लिए निर्यात मूल्य बढ़ाने की तैयारी

एहतियात - उपभोक्ता मंत्रालय ने वाणिज्य मंत्रालय को भेजा प्रस्तावक्यों आ रही है तेजी :- बारिश की कमी के कारण महाराष्ट्र और गुजरात में प्याज की फसल में करीब एक महीने की देरी होने की आशंका है इसीलिए स्टॉकिस्टों ने प्याज की बिकवाली कम कर दी है। जिससे कीमतों में तेजी आई है।प्याज की कीमतों में आई तेजी को रोकने के लिए सरकार न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में बढ़ोतरी कर सकती है। उपभोक्ता मामले विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने एक प्रस्ताव वाणिज्य मंत्रालय को भेजा है। अधिकारी के अनुसार पिछले दो महीनों में खुदरा बाजार में प्याज की कीमतों में करीब 50 फीसदी की तेजी आई है। खुदरा बाजार में प्याज का भाव बढ़कर 18 से 20 रुपये प्रति किलो हो गया है।
उन्होंने बताया कि प्याज का एमईपी 230 डॉलर प्रति टन है इसे बढ़ाकर 300 डॉलर किए जाने की संभावना है। हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहली तिमाही में प्याज का निर्यात 28 फीसदी कम रहा है। अप्रैल से जून के दौरान देश से 3.95 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 5.08 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था।
सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों में आई भारी तेजी के कारण दिसंबर 2010 में निर्यात पर रोक लगा दी थी। घरेलू बाजार में दाम घटने के बाद 17 फरवरी को प्याज के निर्यात पर लगी रोक को हटाया गया था। पाकिस्तान और चीन का प्याज सस्ता होने के कारण भारत से निर्यात कम हो रहा है।
बारिश की कमी के कारण महाराष्ट्र और गुजरात में प्याज की फसल में करीब एक महीने की देरी होने की आशंका है इसीलिए स्टॉकिस्टों ने प्याज की बिकवाली कम कर दी है। जिससे कीमतों में तेजी आई है। महाराष्ट्र में प्याज की नई फसल की आवक सितंबर महीने में बनती है लेकिन इस बार अक्टूबर में आवक बनने की संभावना है ऐसे में सितंबर में दाम बढऩे की आशंका है।
इसीलिए सरकार एमईपी में बढ़ोतरी कर सकती है। भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी संघ (नेफेड) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में मध्य प्रदेश और राजस्थान से प्याज की आवक हो रही है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में प्याज का करीब 30 लाख टन का स्टॉक है। दो महीने बाद नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी।
प्याज व्यापारी पी. एम. शर्मा ने बताया कि दिल्ली में प्याज की दैनिक आवक 80 ट्रकों की हो रही है। आवक के मुकाबले मांग अच्छी होने से प्याज की कीमतें बढ़कर 350 से 530 रुपये प्रति 40 किलो ग्राम हो गई है। उधर नासिक मंडी में पिछले दो महीनों में प्याज की कीमतें 750 रुपये से बढ़कर 900 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। (Business Bhaskar...R S Rana)

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