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11 अगस्त 2011

सरकारी गेहूं का बिक्री मूल्य घटाने का प्रस्ताव


भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) में नीलामी के तहत बिक्री के लिए गेहूं का रिजर्व मूल्य घटाने का प्रस्ताव केंद्रीय खाद्य मंत्रालय को भेजा है। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है और बिक्री मूल्य घट जाता है तो सरकारी गोदामों से गेहूं की बिक्री तेज हो जाएगी। सरकारी गेहूं का बिक्री भाव खुले बाजार के मुकाबले करीब 80-82 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है।
इसलिए सरकारी गेहूं की बिक्री बहुत धीमी है। केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का बंपर स्टॉक मौजूद है जबकि सितंबर महीने से एफसीआई को धान की खरीद शुरू करने के लिए गोदाम खाली करने की विवशता भी है।
खाद्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओएमएसएस के तहत गेहूं के बिक्री भाव घटाने का एफसीआई का प्रस्ताव आया है। प्रस्ताव में एफसीआई ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में परिवहन लागत का 50% जोड़कर बिक्री भाव तय करने की मांग की है। गेहूं का मौजूदा मूल्य खरीद लागत, सभी खर्चे और लुधियाना से परिवहन लागत जोड़कर तय किया गया है।
सरकार एफसीआई के प्रस्ताव को मान लेती है तो सरकारी गेहूं के बिक्री भाव में 60 से 70 रुपये प्रति क्विंटल की कमी आ सकती है। इसके अलावा एफसीआई ने गेहूं की बिक्री निविदा के बजाय फिक्स मूल्य पर करने की भी अनुमति मांगी है। अधिकारी के अनुसार गेहूं के मूल्य में कमी का फैसला ईजीओएम कर सकता है।
ईजीओएम की अगली बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। दिल्ली में एफसीआई का ओएमएसएस के तहत गेहूं का रिजर्व मूल्य 1,252.15 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि हाजिर बाजार में गेहूं 1,165-1,170 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है। पिछले आठ-दस दिनों में इसकी कीमतों में करीब 30-40 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं का भाव घटकर लूज में 1,060-1,070 रुपये प्रति क्विंटल रह गया है। जबकि चालू विपणन सीजन में केंद्र सरकार ने गेहूं की खरीद 1,170 रुपये प्रति क्विंटल (इसमें 50 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस) के आधार पर की है। एफसीआई ने जनवरी से सितंबर के दौरान ओएमएसएस के तहत बिक्री के लिए 12.69 लाख टन गेहूं का आवंटन किया था लेकिन चार अगस्त तक इसमें से केवल 6.79 लाख टन गेहूं की बिक्री हो पाई है।
इस दौरान छोटे ट्रेडर्स के लिए 1.33 लाख टन गेहूं का आवंटन किया था। लेकिन इसमें से चार अगस्त तक मात्र 31,656 टन गेहूं की ही बिक्री हुई है। केंद्रीय पूल में पहली अगस्त को खाद्यान्न का 612.98 लाख टन का स्टॉक मौजूद है। इसमें 358.75 लाख टन गेहूं और 252.71 लाख टन चावल है। सितंबर महीने से धान की सरकार खरीद शुरू होनी है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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