कुल पेज दृश्य

28 अप्रैल 2011

उत्पादन बढऩे से दलहन आयात घटने के आसार

राहत भरी उम्मीद:- दालों के घरेलू उत्पादन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी होने से दालों की उपलब्धता ज्यादा रहेगी जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर दालों की उपलब्धता बनी रहेगी।अनुकूल मौसम से दालों के घरेलू उत्पादन में हुई बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष में दलहन आयात में 30.5 फीसदी कमी आने की संभावना है। वित्त वर्ष 2010-11 में 36 लाख टन दालों का आयात हुआ था। जबकि चालू वित्त वर्ष 2011-12 में आयात घटकर 25 लाख टन ही रहने की संभावना है। उपभोक्ता मामले विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2010-11 में दालों के घरेलू उत्पादन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार दालों का उत्पादन 146.6 लाख टन से बढ़कर 172.9 लाख टन होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि देश में दालों की खपत 185 से 190 लाख टन की होती है। घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी होने से दालों की उपलब्धता ज्यादा रहेगी जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर दालों की उपलब्धता बनी रहेगी।
सरकार ने दालों के निर्यात (काबुली चने को छोड़कर) पर मार्च 2012 तक के लिए रोक लगा रखी है जबकि इनका ड्यूटी फ्री आयात किया जा रहा है। वित्त वर्ष 2010-11 में आयात की गई 36 लाख टन दालों में से सार्वजनिक कंपनियों पीईसी, एसटीसी, एमएमटीसी और नेफेड ने 5.44 लाख टन दालों का आयात किया। बाकी आयात प्राइवेट आयातकों द्वारा किया किया। सार्वजनिक कंपनियों ने कुल आयात में से करीब चार लाख टन दालों की सप्लाई सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से की है।
आयातित दालों में लेमन अरहर का भाव मुंबई बंदरगाह पर 850 डॉलर प्रति टन चल रहा है। जबकि उड़द एफएक्यू का भाव 980 डॉलर और एसक्यू का भाव 1,120 डॉलर प्रति टन है। मूंग पेडीसेवा का भाव मुंबई बंदरगाह पर 1,350 से 1,400 डॉलर प्रति टन है।
घरेलू मंडियों में अरहर का भाव 3,500 से 3,600 रुपये और उड़द का भाव 3,800 से 4,000 रुपये तथा मूंग का भाव 3,800 से 4,000 रुपये और मसूर का भाव 4,000 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। चने का भाव दिल्ली में 2,200 से 2,225 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। (Business Bhaskar....R S Rana)

कोई टिप्पणी नहीं: