कुल पेज दृश्य

07 फ़रवरी 2011

नारियल तेल के दाम में नरमी के संकेत

मुंबई/कोच्चि February 04, 2011
नारियल तेल निर्माताओं को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें खोपरा (कच्चे नारियल) के ऊंचे दामों से कुछ राहत मिल सकती है। ऐसा होने से नारियल तेल की कीमतों में कुछ फिसलन की उम्मीद की जा रही है। इसका कारण यह है कि नारियल फसल की तैयारी का सत्र फरवरी के दूसरे पखवाड़े से शुरू होने वाला है। इसके चलते बाजार में खोपरे की आपूर्ति बढ़ सकती है और इसके दामों में 20 से 25 फीसदी तक की कमी की संभावना जताई जा रही है। नारियल तेल निर्माताओं का कहना है कि कच्चे माल की कीमतों में भारी इजाफे के चलते उनका मुनाफा लगातार सिकुड़ रहा है। कोकोराज ब्रांड का नारियल तेल तैयार करने वाली कंपनी राज मिल्स ऑयल लिमिटेड (आरओएमएल) के उपाध्यक्ष (विपणन एवं बिक्री) दीपक शर्मा ने कहा,'कच्चे माल के दाम बढऩे से नारियल तेल निर्माता कंपनियां इस समय मार्जिन का दबाव झेल रही हैं और उन्हें 5 से 10 फीसदी से भी कम मुनाफे पर काम करना पड़ रहा है। हालांकि हाल के दिनों में कंपनियों ने नारियल तेल के दामों में बढ़ोतरी की थी लेकिन इससे लागत खर्च की भरपाई नहीं हो पा रही थी।उल्लेखनीय है कि कंपनी ने हाल ही में अपने ब्रांड कोकोराज नारियल तेल के 200 मिलीलीटर के पैक की कीमत बढ़ाकर 49 रुपये कर दी थी जबकि कुछ दिन पहले इसकी कीमत 35 रुपये थी। हालांकि उनका मानना है कि फरवरी के दूसरे पखवाड़े से नारिलय फसल की तैयारी शुरू होने वाली है इससे बाजार में खोपरे की आपूर्ति बढ़ सकती है जिससे इसके दामों में कमी आने के संकेत हैं। केरल में नारियल उत्पादक सहकारी संघ (केईआरएएफईडी) का भी मानना है कि अगले दो माह तक कच्चे नारियल के दामों में कमी आ सकती है। इससे नारियल तेल के दाम भी घट सकते हैं। सहकारी संघ बाजार में केरा (केईआरए) नाम के नारियल तेल ब्रांड की बिक्री करता है और इसके दामों में पिछले ही माह 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। केरल स्थित ज्यादातर नारियल तेल के अन्य ब्रांड जैसे- केपीएल, निर्मल आदि की कीमतों में भी पिछले माह बढ़ोतरी की गई थी। जानकारों का अनुमान है कि खोपरा की आवक बढऩे से इसके दाम अगले मार्च महीने तक गिर सकते हैं। कच्चे माल की लागत घटने से नारियल तेल की कीमतों पर भी असर पडऩे की संभावना है। पिछले एक साल के दौरान नारियल तेल के दाम दोगुने से भी ज्यादा बढ़ चुके हैं। एक सप्ताह पहले की इसके दाम आश्चर्यजनक रूप से उछलकर 9,000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए। कोचिन ऑयल मर्चेंट एसोएिशन (सीओएमए) के पूर्व अध्यक्ष और निदेशक एमजे कोरियाकोसे कहते हैं कि अगले दो सप्ताह में बाजार में नारियल की आपूर्ति बढऩे वाली है क्योंकि इसकी नई फसल की तैयारी का सत्र इसी माह के अंत तक शुरू हो सकता है। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: