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04 दिसंबर 2010

आप के लिए प्याज अब सस्ते में

10 रुपये प्रति किलो तक की आ सकती है गिरावट40 रुपये प्रति किलो तक हैं फुटकर भाव40 लाख टन प्याज का उत्पादन होने का अनुमानमौसम साफ होने से उत्पादक मंडियों में प्याज की दैनिक आवक बढ़ गई है। इससे उत्पादक मंडियों के साथ ही आजादपुर मंडी में भी प्याज थोक कीमतों में पिछले सप्ताह भर में ही करीब 150-200 रुपये प्रति क्विंटल की कमी दर्ज की जा चुकी है। चालू महीने के आखिर तक फुटकर में भी प्याज की कीमतों में करीब पांच से दस रुपये प्रति किलो की कमी आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि पिछले महीने हुई बारिश से प्याज की फसल को 25 से 30 फीसदी नुकसान होने की आशंका है। पोटैटो ओनियन मर्चेंटस एसोसिएशन (पोमा) के सचिव राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मौसम साफ होने से प्याज की आवक बढऩी शुरू हो गई है। शुक्रवार को आजादपुर मंडी में प्याज की आवक बढ़कर 30 से 35 हजार कट्टे (एक कट्टा-40 किलो) हो गई। प्याज की थोक कीमतों में भी पिछले सप्ताह भर में ही करीब 150 से 200 रुपये की कमी आकर भाव शुक्रवार को 1,500 से 2,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि फुटकर बाजार में अभी भी प्याज 35 से 40 रुपये प्रति किलो के दाम पर ही बिक रहा है। लेकिन आगामी दिनों में आवक बढऩे पर फुटकर कीमतों में भी गिरावट आने की संभावना है। नेफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में बढ़ोतरी करने से नवंबर महीने में प्याज का निर्यात घटकर 81,000 टन का ही रह गया। सितंबर-अक्टूबर में औसत निर्यात 1.50 लाख टन से ज्यादा का हो रहा था। प्याज की तेजी रोकने के लिए सरकार ने 16 नवंबर को एमईपी में 150 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 525 डॉलर प्रति टन कर दिया था। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से नवंबर तक भारत से प्याज का निर्यात 11,10,312 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 13,83,297 टन प्याज का निर्यात हुआ था। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एंड विकास फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के सूत्रों के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों में पिछले महीने हुई असमय की बारिश से प्याज की फसल को 25 से 30 फीसदी तक नुकसान होने की आशंका है। खरीफ में प्याज का उत्पादन 50 लाख टन रहने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन अब उत्पादन घटकर 40 लाख टन से भी कम होने की संभावना जताई जा रही है। जबकि पिछले साल खरीफ में 48 लाख टन का उत्पादन हुआ था। एनअचआरडीएफ ने वर्ष 2010-11 में रबी और खरीफ में मिलाकर प्याज का उत्पादन 130 लाख टन होने का अनुमान लगाया था लेकिन अब उत्पादन तय लक्ष्य से कम रहेगा। मालूम हो कि वर्ष 2009-10 में देश में प्याज का उत्पादन 121.7 लाख टन का हुआ था।बात पते कीखरीफ में प्याज का उत्पादन 50 लाख टन रहने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन अब उत्पादन घटकर 40 लाख टन से भी कम होने की संभावना जताई जा रही है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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