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28 दिसंबर 2010

अब चाय के भी मूल्य में तेजी आने की संभावना

पिछले साल चाय के मूल्य में खासी बढ़ोतरी हुई थी। बीते जून-जुलाई के दौरान उत्पादक क्षेत्रों में ज्यादा बारिश होने के कारण चाय के बागानों में कीटों का प्रकोप बढ़ गया है। इस वजह से चालू सीजन में प्रतिकूल मौसम से चाय का उत्पादन 2.6 फीसदी घटने की आशंका है। उत्पादन घटने के कारण चाय के मूल्य में तेजी की संभावना फिर बन गई है।चालू वित्त वर्ष में उत्पादन पिछले साल के 99.11 करोड़ किलो से घटकर 96.5 करोड़ किलो होने की संभावना है। जबकि निर्यातकों की अच्छी मांग को देखते हुए जनवरी से मार्च के दौरान निर्यात बढऩे की संभावना है। ऐसे में मार्च में नए सीजन के शुरू में चाय का बकाया स्टॉक कम होगा। जिससे चाय की मौजूदा कीमतों में पांच-छह फीसदी की तेजी की संभावना है। इंडियन टी एसोसिएशन के डायरेक्टर कमल वाहिदी ने बताया कि जून-जुलाई में उत्पादक क्षेत्रों में ज्यादा बारिश होने से चाय के बागानों में कीटों के प्रकोप से उत्पादन घटा है। प्रमुख उत्पादक राज्य असम के चाय बागानों में हेलोपेलटिस कीटों के आक्रमण से उत्पादन प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2010-11 के पहले सात महीनों में 71.96 करोड़ किलो चाय का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका उत्पादन 74.84 करोड़ किलो का हुआ था। वित्त वर्ष 2009-10 में देश में चाय का कुल उत्पादन 99.11 करोड़ किलो का हुआ था। जयश्री टी एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट (अपर असम) एच. जी. सिंह ने बताया कि भारी बारिश से असम में चाय की फसल पर कीटों का प्रकोप बढ़ गया था जिसकी वजह से सुपीरियर क्वालिटी की चाय के उत्पादन में कमी आई है। नवंबर तक उत्पादन का पीक सीजन होता है। इसीलिए जनवरी से मार्च तक बढिय़ा क्वालिटी की उपलब्धता कम होने से सुपीरियर क्वालिटी की चाय की कीमतों में तेजी आने की संभावना है। सुबोध ब्रदर्स प्रा. लि. के डायरेक्टर एस. दत्त ने बताया कि चाय में निर्यातकों की मांग अच्छी बनी हुई है।अंतरराष्ट्रीय बाजार में चाय का दाम आठ से दस डॉलर प्रति किलो चल रहा है। हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में निर्यात 11.91 करोड़ किलो से घटकर 10.91 करोड़ किलो रह गया। जनवरी से मार्च के दौरान उत्पादन का ऑफ सीजन होता है जबकि निर्यात मांग बढऩे की संभावना है। इसीलिए मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना है।साउथ टी कंपनी के डायरेक्टर राकेश तायल ने बताया कि आगामी दिनों में सुपीरियर क्वालिटी की उपलब्धता कम रहेगी जिससे मौजूदा कीमतों में 10 से 12 रुपये प्रति किलो की तेजी आने की संभावना है। दिल्ली थोक बाजार में सुपीरियर क्वालिटी की चाय का भाव 160-175 रुपये और मीडियम क्वालिटी की चाय का भाव 120-140 रुपये प्रति किलो चल रहा है। ब्रांडेड चाय का दाम 250 से 290 रुपये प्रति किलो है। उत्पादक राज्यों में नीलामी केंद्रों पर चाय का भाव 105 से 125 रुपये प्रति किलो क्वालिटीनुसार चल रहा है।बात पते कीजनवरी से मार्च महीने के दौरान उत्पादन का ऑफ सीजन होता है जबकि निर्यात मांग बढऩे की संभावना है। इसीलिए मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना है।सुपीरियर क्वालिटी चाय की कीमतों में 10 से 12 रुपये प्रति किलो की तेजी आने की संभावना है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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