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13 जुलाई 2010

दिवाली तक चीनी निर्यात की इजाजत नहीं देगी सरकार

नई दिल्ली : चीनी मिलों को करीब 10 लाख टन चीनी निर्यात करने से जुड़ा वादा पूरा करने के लिए हो सकता है कि इस साल दिवाली तक सरकार से अनुमति न मिले, क्योंकि खाद्य मंत्रालय को आशंका है कि अगर शिपमेंट की अनुमति दे दी गई तो त्योहारी सीजन में चीनी की कीमतें बढ़ सकती हैं। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'कुछ चीनी मिलों ने हमसे एक्सपोर्ट रिलीज ऑर्डर दिए जाने की मांग की थी, लेकिन इस वक्त हम उन्हें इसकी अनुमति नहीं दे सकते हैं, क्योंकि अभी तक हमारे पास अगले सीजन के लिए गन्ने की उपलब्धता और चीनी उत्पादन के अनुमानित आंकड़े नहीं आए हैं।' अधिकारी ने बताया कि सरकार दिवाली जैसे प्रमुख त्योहार के बीतने के बाद मिलों के एक्सपोर्ट रिलीज ऑर्डर पर विचार कर सकती है। अधिकारी ने बताया त्योहारी सीजन के दौरान चीनी की खपत ज्यादा होती है और इसलिए खाद्य मंत्रालय किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहता है। चीनी मिलों ने एडवांस लाइसेंस स्कीम के तहत 2004-05 (अक्टूबर- सितंबर) में 20.75 लाख टन चीनी का आयात किया था, क्योंकि उस समय चीनी के उत्पादन में गिरावट आई थी। अब चीनी मिलों को इतनी ही मात्रा में चीनी का निर्यात मार्च 2011 तक करना है। चीनी मिलों ने जितनी चीनी का आयात किया था, उसमें से अभी 9.67 लाख टन चीनी का निर्यात किया जाना है। हालांकि, खाद्य मंत्रालय की ओर से रिलीज ऑर्डर जारी हुए बिना चीनी मिलें इसका निर्यात नहीं कर सकती हैं। दक्षिण भारत की चीनी मिलें निर्यात से जुड़ा वादा पूरा किए जाने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में चीनी की मांग काफी ज्यादा है। इन चीनी मिलों को करीब 6-7 लाख टन चीनी का निर्यात करना है।

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