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24 जून 2010

दालों के थोक-फुटकर मूल्य का अंतर बढ़ा

दलहन की थोक कीमतों में गिरावट का असर फुटकर कीमतों पर नहीं पड़ रहा है। पिछले एक महीने में अरहर की कीमत में करीब 800 रुपये प्रति `िंटल की गिरावट आकर भाव 3,800 रुपये प्रति `िंटल रह गए लेकिन फुटकर में इसकी कीमत 72-75 रुपये प्रति किलो से नीचे नहीं आई है। इसी तरह से उड़द और मूंग की थोक कीमत में भी 200 से 300 रुपये प्रति `िंटल का मंदा आया है लेकिन फुटकर में उड़द दाल की कीमत उपभोक्ताओं को 80-90 रुपये प्रति किलो की दर से चुकानी पड़ रही है। मूंग दाल का भाव 100-108 रुपये प्रति किलो हो गया है, इसके थोक मूल्य में भी तेजी दर्ज की गई है। महीने भर में आयातित दालों के दाम भी घटे हैं लेकिन घरलू बाजार में दलहन की कीमतों में अगस्त के बाद ही गिरावट आने की संभावना है। ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरक्टर चंद्रशेखर एस। नाडर ने बताया कि थोक बाजार में दाम घटने का असर फुटकर में आने में थोड़ा समय लग जाता है। फुटकर विक्रेता एक-दो `िंटल दालों की खरीद करते हैं। जब तक ऊंचे भाव की दाल खत्म नहीं हो जाती है, तब तक फुटकर दाम नहीं घटाते हैं। इस तरह वह मूल्य गिरावट से होने वाले नुकसान से बचने की कोशिश करते हैं। चूंकि आयातित दालों की कीमतें पिछले एक महीने में घटी है। ऐसे में मानसून सामान्य रहा तो अगस्त के बाद फुटकर में दालों की कीमतों में नरमी आने की संभावना है। अनुकूल मौसम रहा तो म्यांमार के निर्यातकों की बिकवाली बढ़ सकती है। कमोडिटी विशेषज्ञ अभय लाखवान ने बताया कि इन दिनों थोक में साबुत दलहन और फुटकर में मिलिंग की हुई दालों के मूल्य में अंतर और ज्यादा बढ़ गया है। वैसे भी उत्पादक केंद्रों से फुटकर उपभोक्ताओं तक पहुंचते-पहुंचते दालों के दाम दोगुने से भी ज्यादा हो जाते हैं। थोक और फुटकर मूल्य के बीच का भारी अंतर व्यापारियों की जेब में जाता है। एक ओर किसानों को दलहन का कम दाम मिलता है तो दूसरी ओर उपभोक्ताओं को ऊंचे दाम पर दाल खरीदनी पड़ती है। दलहन के मामले में वितरण मार्जिन काफी ज्यादा है। ऐसे में उत्पादक और उपभोक्ताओं के बीच व्यापार करने वाले थोक और फुटकर व्यापारी मोटा फायदा उठा रहे हैं।rana@businessbhaskar.netबात पते कीथोक में साबुत दलहन और फुटकर में मिलिंग की हुई दालों के मूल्य में अंतर और ज्यादा बढ़ गया है। उत्पादक केंद्रों से उपभोक्ताओं तक पहुंचते-पहुंचते दालों के दाम दोगुने से भी ज्यादा हो जाते हैं। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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