कुल पेज दृश्य

17 जून 2010

मानसून से अधिकारी चिंतित

मानसूनी बारिश में चार-पांच दिन की देरी होने से कृषि क्षेत्र से जुड़े शीर्ष अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी गहन मंत्रणा में लगे हैं कि अगर मानसूनी बारिश में और देरी होती है तो हालात से कैसे निपटा जाए। पिछले साल देश के कई इलाकों में बारिश कम होने के कारण सूखे की स्थिति पैदा हो गई थी। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार एक जून से पंद्रह जून तक देश के 36 सब डिवीजनों में से 17 सब डिवीजनों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। इस दौरान पूर देश में सात फीसदी और मध्य भारत में सामान्य से 30 फीसदी कम वर्षा हुई है। ऐसी ही स्थिति बनी रही तो खरीफ की बुवाई पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम मौसम विभाग के अधिकारियों से साथ लगातार बैठक कर स्थिति पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। अगर मानसून में और देरी होती है तो किसानों को कम समय में पकने वाली फसलों की बुवाई की सलाह दी जा सकती है। साथ ही किसान को बुवाई के लिए उन्नत किस्म के बीजों का इस्तेमाल करने को कहा जाएगा। हालांकि चार-पांच की देरी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। पिछले साल देश के कई जिलों में सूखे के हालात बन गए थे जिससे खरीफ फसलों के उत्पादन में गिरावट आई थी। पिछले साल के हालात देखकर अधिकारी इस साल पहले ही सतर्क हो गए हैं। बीते वर्ष 2009-10 के खरीफ सीजन में चावल उत्पादन में 100 लाख टन से भी ज्यादा की कमी आई थी। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मानसून चार-पांच दिन की देरी से चल रहा है। एक जून से पंद्रह जून तक देश के 36 सब डिवीजनों में से 17 में सामान्य से काफी कम वर्षा हुई है। सबसे कम वर्षा पूर्वी मध्य प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में रही। इन दोनों राज्यों में क्रमश: 95 फीसदी और 78 फीसदी कम बारिश हुई। इसके अलावा पूर्वी राजस्थान में 46 फीसदी, पश्चिम उत्तर प्रदेश में 80 फीसदी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 82 फीसदी, बिहार में 78 फीसदी, उड़ीसा में 42 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 69 फीसदी कम वर्षा हुई है। मराठवाड़ा में 55 फीसदी, विदर्भ में 69 फीसदी और मध्य महाराष्ट्र में 30 फीसदी कम वर्षा हुई है। हालांकि इस दौरान पंजाब में सामान्य से 50 फीसदी तथा हरियाणा और दिल्ली में 10 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) के निदेशक डॉ। एस. सी. कार ने बताया कि इस हफ्ते मानसून आगे बढ़ने की उम्मीद कम है। मध्य भारत में हल्की बारिश के आसारनई दिल्ली। थोड़ी देरी के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून के और आगे बढ़ने के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार उत्तर-पूर्वी राज्यों में तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री सेंटीग्रेड ऊपर बना हुआ है। मध्य भारत के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार हैं। ये इलाके अभी तक बारिश से वंचित रहे हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में धूलभरी आंधी के साथ हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जिसके प्रभाव में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 48 घंटों में तेज बारिश की संभावना है। (ब्यूरो) (बिज़नस भास्कर.....आर अस राणा)

कोई टिप्पणी नहीं: