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20 मार्च 2010

ई-एक्सचेंज से FCI बेचेगा गेहूं

मुंबई : खाद्य उत्पादों की कीमतों में उछाल के बीच भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) खुले बाजार में गेहूं पहुंचाने के लिए कमोडिटी स्पॉट एक्सचेंज का इस्तेमाल कर रहा है। एक्सचेंज के अधिकारियों ने बताया कि सरकार की नोडल खाद्य खरीद एजेंसी ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज और एनसीडीईएक्स की ओर से प्रमोट स्पॉट एक्सचेंज के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत पायलट आधार पर उनके इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए गेहूं बेचा जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से वितरण में तेजी आएगी और भुगतान भी जल्द होगा। एनएसईएल दिल्ली में एफसीआई का गेहूं भंडार बेचेगा जबकि आंध्र प्रदेश में बिक्री का जिम्मा एनस्पॉट पर होगा। ओपन माकेर्ट सेल्स स्कीम (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री महीने के अंत तक वन टाइम स्कीम के तहत इलेक्ट्रॉनिक स्पॉट प्लेटफॉर्म के जरिए की जाएगी। एनसीडीईएक्स और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज के एनएसईएल की ओर से लॉन्च एनस्पॉट का मानना है कि इससे वितरण में सुधार और तेजी आएगी। सरकार जब कभी कमोडिटी की कीमतों में नरमी लाना चाहती है तो ओपन माकेर्ट सेलिंग स्कीम (ओएमएसएस) के तहत बाजार में दखल देती है। सामान्य तौर पर एफसीआई टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से न्यूनतम 100 टन और अधिकतम 1,000 टन गेहूं की नीलामी करता है। इलेक्ट्रॉनिक स्पॉट एक्सचेंज से गेहूं बेचने से सरकार की खुले बाजार में इसकी कीमतों पर समयबद्ध तरीके से काबू पाने की कोशिश कामयाब हो सकेगी। साथ ही उसे वेयरहाउस से भंडार उठाकर दूसरी जगह पहुंचाने और स्टॉक के लिए भुगतान हासिल करने की चिंता भी नहीं करनी होगी, जिसकी जिम्मेदारी एक्सचेंज खुद उठाएंगे। एनएसईएल के एमडी और सीईओ अंजनी सिन्हा ने बताया, 'एफसीआई टेंडर सिस्टम का इस्तेमाल करता है, जिसमें दिलचस्पी रखने वाले कारोबारियों को डिमांड ड्राफ्ट जारी कर बोली लगानी होती है। अगर उनकी बोली स्वीकार नहीं की जाती तो रिफंड में आम तौर पर देरी होती है। अब ओएमएसएस की पूरी प्रक्रिया ऑटोमेटेड होगी और अगर कारोबारी की बोली स्वीकार नहीं की जाती है तो अगले ही दिन माजिर्न मनी उसके एकाउंट में क्रेडिट हो जाएगा। अगर ट्रांजैक्शन होता है तो उसके अगले ही दिन पैसा लेकर एफसीआई तक पहुंचा दिया जाएगा।' सिन्हा ने कहा कि एक्सचेंज ने कुछ महीने पहले इन प्लेटफॉर्म के जरिए गेहूं की बिक्री का प्रस्ताव किया था। हालांकि, एफसीआई हाल में ही इस बात पर राजी हुआ। (ई टी हिंदी)

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