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24 फ़रवरी 2010

कैस्टर सीड की पैदावार घटने का अनुमान

चालू सीजन में देश में कैस्टरसीड (अरंडी) की पैदावार में चार फीसदी कमी आने का अनुमान है। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार वर्ष 2009-10 में कैस्टरसीड की पैदावार घटकर 9.34 लाख टन होने का अनुमान है। पैदावार घटने का प्रमुख कारण बुवाई में दस फीसदी की कमी आना है। एसईए के निदेशक डॉ. बी वी मेहता ने बताया कि चालू सीजन में कैस्टरसीड की पैदावार घटकर 9.34 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 9.76 लाख टन रही थी। कैस्टरसीड के प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में चालू सीजन में बुवाई एक फीसदी बढ़ी थी लेकिन अन्य उत्पादक राज्यों राजस्थान में तीन फीसदी कम और आंध्र प्रदेश में 30 फीसदी बुवाई कम रही। गुजरात में वर्ष 2008-09 में 4.51 लाख हैक्टेयर में हुई थी जबकि 2009-10 में गुजरात में बुवाई 4.37 लाख हैक्टेयर में ही हुई। गुजरात में बुवाई कम होने के बावजूद प्रति हैक्टेयर उत्पादन बढ़ने से उत्पादन पिछले साल के 7.25 लाख टन से बढ़कर 7.34 लाख टन होने का अनुमान है। उधर राजस्थान में बुवाई पिछले साल के 1.27 लाख हैक्टेयर से घटकर 1.18 लाख हैक्टेयर में ही हुई। ऐसे में पैदावार पिछले साल के 1.37 लाख टन से घटकर 1.26 लाख टन ही होने का अनुमान है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में पिछले साल 71 हजार टन का उत्पादन हुआ था। जबकि चालू सीजन में उत्पादन घटकर 44 हजार टन ही होने का अनुमान है। गुजरात के व्यापारी कुशल राज पारिख ने बताया कि उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक बढ़कर इस समय 40 हजार बोरी की हो गई है। पिछले तीन-चार दिनों में उत्पादक मंडियों में इसकी कीमतों में 150 रुपये की गिरावट आकर भाव 2,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। आवक बढ़ने पर और भी 100-150 रुपये की गिरावट आने की आशंका है। (बिज़नस भास्कर)

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