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23 जनवरी 2010

सरकार ने महंगाई से लड़ने के लिए कसी कमर

मुंबई/नई दिल्ली January 22, 2010
आवश्यक जिंसों के दाम पर लगाम लगाने के लिए उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय कुछ और महत्वपूर्ण कदम उठाने पर विचार कर रहा है। इसमें चीनी, गेहूं और खाद्य तेल की कीमतों पर खास नजर है।
चीनी के मामले में सरकार ने स्टॉक सीमा की तिथि बढ़ा दी है। साथ ही रिफाइंड और कच्ची चीनी के आयात की तिथि में बढ़ोतरी की गई है। गेहूं के मामले में सरकार ने 5.18 लाख टन अतिरिक्त गेहूं घरेलू बाजार में जारी करने का फैसला किया है।
घरेलू बाजार में तेल की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मंत्रालय ने खाद्य तेल के निर्यात पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ा दी है। तेल आयात पर कम शुल्क रखा गया है। सूत्रों ने कहा कि अगर बाजार में खाद्य तेल कमी होती है तो सरकार इसके अतिरिक्त आपूर्ति की व्यवस्था करेगी।
कार्ड पर मिलेगा ज्यादा गेहूं-चावल
सरकार ने खाद्यान्नों की महंगाई पर लगाम लगाने के उपाय के तहत जनवरी और फरवरी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत आज गेहूं और चावल की आपूर्ति में प्रति परिवार 10 किलो की वृध्दि करने का निर्णय लिया है।
फिलहाल पीडीएस पर एक परिवार को 35 किलो चावल और गेहूं मुहैया कराया जाता है।इसके लिए पात्र परिवारों में अंत्योदय अन्न योजना के कार्ड धारक और गरीबी रेखा से नीचे के परिवार शामिल होंगे। यह फैसला गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली मूल्य संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपी) ने लिया।
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक टली
वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुख्यमंत्रियों के साथ 27 जनवरी को होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया गया है और अब यह बैठक 6 फरवरी को होने की संभावना है। कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि कई मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को सूचित किया है कि गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 27 जनवरी की सुबह उन्हें यहां पहुंचने में कठिनाई होगी।
महंगाई दर घटकर 16.81 फीसदी
खाद्यान्न की महंगाई दर 9 जनवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान 16.81 फीसदी पर आई। इस दौरान फल एवं सब्जियों की कीमत में गिरावट आई हालांकि दाल और आलू महंगे बने रहे।
2 जनवरी को समाप्त सप्ताह के दौरान खाद्यान्नों की महंगाई दर (गैर प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की कीमत) 17।28 फीसदी थी। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सप्ताह के दौरान खाद्य पदार्थों के मूल्य सूचकांक में 0.1 फीसदी की आंशिक कमी दर्ज हुई। (बीएस हिन्दी)

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