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11 जनवरी 2010

चीनी तीखी, टॉफी-मिठाई फीकी

नई दिल्ली 01 10, 2010
चीनी की कीमत तो ग्राहकों का मुंह कड़वा कर ही रही है, उससे बने उत्पादों की कीमत भी स्वाद बिगाड़ने जा रही है।
दरअसल चीनी से बनने वाले विभिन्न उत्पादों की लागत में गत अक्टूबर के मुकाबले 15 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अक्टूबर आखिर में चीनी की थोक कीमत 26-27 रुपये प्रति किलोग्राम थी। अब यह 44 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुकी है।
लागत के मुकाबले कीमत में बढ़ोतरी से इन उत्पादों के छोटे निर्माताओं को बाजार से बाहर होने की आशंका है। लिहाजा बिस्कुट से लेकर टॉफी तक के छोटे उत्पादक इससे निपटने के लिए कई उपायों का सहारा ले रहे हैं। बिस्कुट, टॉफी, मुरब्बा बनाने वाले सैकड़ों निर्माताओं ने लागत बढ़ने से उत्पादन में 30-40 फीसदी तक की कटौती कर दी है।
टॉफी
सालाना तकरीबन 3 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाले सिरसा के टॉफी निर्माता अश्विनी बाठला बताते हैं, '25 पैसे में बिकने वाली टॉफी की लागत 26-27 पैसे आ रही है। उसे हम 30 पैसे में बेच नहीं सकते हैं क्योंकि 5 पैसे का कोई चलन नहीं है। मजबूर होकर अब हम टॉफी का आकार कुछ छोटा करने का मन बना रहे हैं।'
जैम-मुरब्बा
हरियाणा में मुरब्बा, जैम व शरबत का उत्पादन करने वाले नवदीप सिंह भी परेशान हैं। वह बताते हैं, '20 दिन पहले 1 टिन (17 किलोग्राम) आंवला मुरब्बे की कीमत 750 रुपये थी जो बढ़कर 825 रुपये हो गई है। हमारे जैसे छोटे उत्पादक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि किस भाव को लेकर वे बाजार में जाए। हमारा बड़े खिलाड़ियों की तरह साल भर तक के लिए एक ही कीमत पाने का कोई अनुबंध नहीं होता।'
बिस्कुट
बिस्कुट के बड़े उत्पादक लागत में हुई बढ़ोतरी से निपटने के लिए सरकार से बिस्कुट पर लगने वाले वैट को 12.5 फीसदी से घटा कर 4 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं। इंडियन बिस्कुट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईबीएमए) की प्रबंधन समिति के सदस्य एवं बिस्कुट निर्माता अंकुर मुतरेजा कहते हैं, 'बिस्कुट का बाजार काफी प्रतिस्पर्धात्मक है और कीमत बढ़ते ही बिस्कुट की मांग में कमी की आशंका रहती है।'
मिठाई
मिठाई बनाने वालों ने भी फिलहाल अपने उत्पाद के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। लेकिन वे भी चीनी की चाल देख अपने उत्पाद के दाम बढ़ाने का मन बना रहे हैं। नाथू स्वीट्स के निदेशक नवीन गुप्ता कहते हैं, '5 फीसदी तक हम मिठाई की कीमत बढ़ा सकते हैं और इस संबंध में जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा।'
यहां स्वाद हुआ कसैला
उत्पाद चीनी की मात्राबिस्कुट 20 फीसदीमिठाई 30 फीसदीकैंडी या टॉफी 80 फीसदीशरबत 60 फीसदीजूस 10 फीसदीजैम 20 फीसदीमुरब्बा 50 फीसदी (बीएस हिन्दी)

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