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16 जनवरी 2010

दलहनों का रकबा 7 लाख हैक्टेयर बढ़ा

अगले सीजन में दालों में कुछ राहत मिलने की उपभोक्ता उम्मीद कर सकते हैं क्योंकि दलहन का रकबा बढ़ रहा है। चालू रबी सीजन के दौरान देश में दलहनों की बुवाई का रकबा 7.35 लाख हैक्टेयर बढ़ गया है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के मुताबिक चालू रबी सीजन में 134.77 लाख हैक्टेयर में दलहनों की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक मात्र 127.42 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। इस तरह दलहन की बुवाई का रकबा अब तक करीब पांच फीसदी बढ़ गया है। तिलहनों की बुवाई चालू रबी सीजन में पिछले साल के मुकाबले 6.23 लाख हैक्टेयर कम एरिया में बुवाई हो पाई है।रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुवाई चालू रबी सीजन में 86.03 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक मात्र 81.66 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। इसी तरह से मसूर की बुवाई पिछले साल के 14.25 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 14.86 लाख हैक्टेयर और उड़द की बुवाई 5.42 लाख हैक्टेयर के मुकाबले बढ़कर 6.96 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। रबी मूंग की बुवाई भी पिछले साल के 3.85 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 4.73 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। दलहनों की बुवाई में बढ़ोतरी से दालों की ऊंची कीमतों की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को राहत मिलने के आसार हैं।चालू रबी सीजन में तिलहनों की बुवाई का रकबा 6.23 लाख हैक्टेयर घटकर मात्र 85.93 लाख हैक्टेयर रहा है, जबकि पिछले साल इस समय तक 92.16 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। तिलहनों की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई पिछले साल के 66.31 लाख हैक्टेयर से घटकर 64.05 लाख हैक्टेयर में और सनफ्लावर की बुवाई 10.61 लाख हैक्टेयर से घटकर 7.80 लाख हैक्टेयर में और मूंगफली की बुवाई 6.02 लाख हैक्टेयर के मुकाबले 5.92 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है। (बीएस हिन्दी)

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