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30 नवंबर 2009

सोने की तेजी का यूं उठाएं फायदा

सोना तेजी के कई रेकॉर्ड बना रहा है। फिलहाल इसकी कीमत 17 से 18 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच झूल रही है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में इसमें तेजी के साथ प्राइस करेक्शन का दौर भी चलता रहेगा। सोने में इस तेजी से बाजार हैरान है और आम उपभोक्ता परेशान। वैसे, तेजी के इस दौर में आम आदमी चाहे तो कई तरीके से फायदा उठा सकता है। कैसे, बता रहे हैं जोसफ बर्नाड : 1. गोल्ड लोन भारत में सोने की खरीदारी आमतौर पर सभी करते हैं। सोने की अंगूठी से लेकर दूसरे आभूषण खरीदने का रिवाज है। ऐसे में तेजी के इस माहौल में आम आदमी के पास गोल्ड लोन का विकल्प है। बैंक और वित्तीय संस्थाएं गोल्ड के एवज में लोन देते हैं। लोन की रकम गोल्ड की मार्केट वैल्यू पर आधारित होती है। फिलहाल गोल्ड तेजी पर है। ऐसे में इसकी एवज में शिक्षा, बिजनेस, घर की मरम्मत या शादी-ब्याह के लिए लोन लिया जा सकता है। लोन चुका देने पर आपका सोना वापस हो जाएगा। कैसे लें गोल्ड लोन एचडीएफसी और आईसीआईसीआई जैसे दूसरे कई बड़े बैंक गोल्ड लोन देते हैं। इसके अलावा, कई नॉन-बैंकिंग कंपनियां भी गोल्ड लोन देती हैं। हर बैंक और वित्तीय संस्था का अपना नियम है, लेकिन जितना गोल्ड आपके पास है, उसकी कुल कीमत का 80 पर्सेंट लोन आपको आमतौर पर मिल जाता है। गोल्ड लोन लेने की प्रक्रिया आसान है। आपको बस यह साबित करना होगा कि जो सोना आप बैंक को दे रहे हैं, वह आपका है। आप रसीद दिखाकर ऐसा कर सकते हैं। लोन पर ब्याज दर गोल्ड लोन पर बैंक अपने हिसाब से ब्याज लेते हैं। ज्यादातर बैंक 12.5 फीसदी की दर से ब्याज लेते हैं। गोल्ड लोन के लिए बैंक और वित्तीय कंपनियां कई स्कीम निकाल रही हैं। गोल्ड लोन 30, 60, 90 या उससे ज्यादा दिनों के लिए लिया जा सकता है। अवधि जितनी कम होगी, ब्याज दर भी उतनी ही कम होगी। गोल्ड लोन का फायदा इस वक्त जरूरत के हिसाब से गोल्ड लोन इसलिए फायदेमंद है, क्योंकि आपको गोल्ड की बढ़ी कीमत की वजह से ज्यादा लोन मिल सकेगा। बोनांजा कमॉडिटी के असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट तरुण सत्संगी का कहना है कि गोल्ड लोन सबसे सेफ लोन है। इसे शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म जरूरत के हिसाब से लिया जा सकता है। यह आपको दो तरह के फायदे दे सकता है। एक तो सोने की ज्यादा कीमत होने से लोन ज्यादा मिलेगा। दूसरे शॉर्ट टर्म लोन लेने पर ब्याज दर कम देनी पड़ेगी। 2. रीसाइक्लिंग शादी-ब्याह के इस सीजन में सोना खरीदना लाजमी है। बाजार विशेषज्ञों की राय है कि सोने की रीसाइक्लिंग करें। यानी पुराना सोना बेचकर नया सोना खरीदें। बाजार विशेषज्ञ के. के. मदान के मुताबिक, जिनके पास ज्यादा सोना है, उन्हें इस वक्त सोने की रीसाइक्लिंग करनी चाहिए। ऐसे लोगों ने जो पुराना सोना खरीदा होगा, वह निश्चित रूप से 13, 14 या 15 हजार रुपये प्रति दस ग्राम या उससे भी कम रेट पर खरीदा होगा। आज सोना 17 हजार रुपये पार जा चुका है। जब वे पुराने सोने को बेचेंगे, तो उन्हें आज का रेट मिलेगा। जिनके पास सोने का सिक्का, सोने की छड़ी या सोने के बिस्कुट हैं, उन्हें रीसाइक्लिंग में सोने का करीब 100 फीसदी दाम मिल सकता है। आभूषण में 5 से 10 फीसदी कट सकता है। रीसाइक्लिंग में सबसे फायदेमंद तरीका यह होता है कि जिनसे आपने सोना खरीदा है, उन्हीं को बेचें। ऐसे में दुकानदार अपने सोने की शुद्धता को लेकर गलत बातें नहीं कर सकता और न ही आपको गुमराह कर सकता है। अगर आपने किसी और दुकान से खरीदा गया सोना किसी दूसरे दुकानदार को बेचा, तो वह सोने की शुद्धता के तकनीकी खेल में आपको उलझा सकता है। आभूषण के अलावा रीसाइक्लिंग में दूसरे सोने के उत्पाद का सौ पर्सेंट ही दुकान से लें। अगर आपका सोना 10 से 20 ग्राम है तो मार्केट वैल्यू के हिसाब से जितनी कीमत बैठती है, उतनी कीमत ही दुकान से लें। इस बारे में कोई समझौता न करें। 3. जीईटीएफ के बॉन्ड्स गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडिंग फंड (जीईटीएफ) की स्कीमों और बॉन्ड्स में इनवेस्टमेंट इस वक्त काफी लाभ दे सकता है। म्यूचुअल फंड जिस तरह शेयर मार्केट लिंक्ड इनवेस्टमेंट स्कीम निकालता है, उसी तरह फंड का जीईटीएस विभाग सोने से इनवेस्टमेंट करने की स्कीम बाजार में निकालता है। इसमें इनवेस्टर को यूनिट खरीदने का विकल्प दिया जाता है। यूनिट एक से दस हजार रुपये या उससे ज्यादा का हो सकता है। आप जितने चाहे यूनिट खरीद सकते हैं। जीईटीएफ आपके पैसे को सोने में इनवेस्ट करेगा और इस तरह जो भी आमदनी होगी, उसमें आपकी भी भागीदारी होगी। 4. गोल्ड बॉन्ड्स गोल्ड बॉन्ड्स भी शेयरों की तरह होते हैं। ये दो तरह के होते हैं - एक ओपन और दूसरा फिक्स्ड। ओपन में आप जब चाहे गोल्ड बॉन्ड्स खरीद सकते हैं और जब चाहे बेच सकते हैं, जबकि फिक्स्ड में अवधि तय होती है। जिस तय अवधि के लिए आप बॉन्ड्स लेंगे, उस अवधि तक आप बॉन्ड्स नहीं बेच जाएंगे। फिक्स्ड बॉन्ड्स की अवधि न्यूनतम तीन साल होती है। विनायक इंक के सीएमडी विजय सिंह का कहना है कि कंपनियों के शेयर देश के कुछ ही लोगों के पास हैं, मगर सोना देश के ज्यादातर लोगों के पास है। ऐसे में आम आदमी बाजार को देखते हुए अपने पास रखे सोने का आकलन करे और बाजार में इसका इस्तेमाल करते हुए फायदा कमाए। इसके लिए उसे बाजार की थोड़ी स्टडी करनी होगी और इनवेस्टमेंट की रणनीति बनानी होगी। खास बात यह है कि सोने में इनवेस्टमेंट दूसरे सेक्टरों में इनवेस्टमेंट की तुलना में कम रिस्की है। (ई टी हिन्दी)

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