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29 अक्तूबर 2009

धान की सरकारी खरीद पिछले साल से 1.6 प्रतिशत कम

चालू खरीद सीजन में अब तक धान की सरकारी खरीद 1।6 कम रही है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 109.88 लाख टन धान की खरीद हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 111.77 लाख टन की खरीद हो चुकी थी। चालू खरीफ सीजन में प्रतिकूल मौसम से धान की पैदावार में कमी आने से चावल उत्पादन 160 लाख टन कम होने की संभावना है। पैदावार में कमी का असर सरकारी खरीद पर पड़ेगा।एफसीआई के सूत्रों के अनुसार वर्ष 2009-10 खरीद सीजन में धान की कुल आवक 116.86 लाख टन रही जबकि इसमें से एमएसपी पर 109.88 लाख टन की खरीद हो चुकी है। पिछले साल की समान अवधि में 125.35 लाख टन धान की आवक हुई थी तथा खरीद 111.77 लाख टन की हुई थी। अभी तक हुई कुल खरीद में पंजाब का योगदान 88 लाख टन और हरियाणा का 13.86 लाख टन है। पंजाब की मंडियों में धान की कुल आवक 90 लाख टन की हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 100 लाख टन की आवक हुई थी। हरियाणा की मंडियों में कुल आवक 20.6 लाख टन की हुई है तथा खरीद 13.86 लाख टन की हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में आवक 19.05 लाख टन और खरीद 16.07 लाख टन की हुई थी। अन्य उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश में 2.42 लाख टन धान की आवक हो चुकी है जबकि एमएसपी पर मात्र 2,675 टन की खरीद हुई है। तमिलनाडु में अभी तक 31,000 टन धान की सरकारी खरीद हो चुकी है। नरेश कुमार एंड संस के प्रोपराइटर नरेश कुमार ने बताया कि पंजाब और हरियाणा की मंडियों में पूसा-1121 की आवक शुरू हो गई है तथा चालू महीने के मध्य तक आवक का दबाव बनने की संभावना है। मंडियों में पूसा-1121 धान के भाव 1750-1850 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसके भाव 2700-2800 रुपये प्रति क्विंटल थे। आवक का दबाव और बढ़ने पर मौजूदा भावों में और भी 40-50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। नरेला मंडी स्थित मैसर्स रमेश कुमार एंड कंपनी के प्रोपराइटर राजेश कुमार ने बताया कि मंडी में धान की आवक बढ़कर एक लाख बोरी हो गई है जबकि पूसा-1121 धान के भाव घटकर 1960-1970 रुपये, डीपी धान के 1850 रुपये, शरबती के 1300 रुपये प्रति क्विंटल हैं। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)

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