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19 सितंबर 2009

सूखे से चीन में भाव हो सकते हैं मजबूत

एशियाई बाजारों में अनाजों के दाम आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं। चीन में सूखे के हालात होने के कारण वहां मक्का व सोयाबीन में मजबूती रहने की संभावना है। दूसरी ओर थाईलैंड में चावल की कीमत मजबूत रहेगी। इसके लिए सरकार ने इस संबंध में एक कार्यक्रम फिर से शुरू किया है। इस हफ्ते थाई सरकार ने घोषणा की थी कि सीधे किसानों से 10 लाख टन धान की खरीदारी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि थाईलैंड में पहले से ही तकरीबन 70 लाख टन चावल का रिकॉर्ड भंडार है। थाई सरकार की इस योजना से घरेलू क्षेत्र में चावल की कीमतों को गिरने से रोकने में मदद मिलेगी। थाई सरकार का यह प्रयास निजी कंपनियों के हाथों में चावल का भंडार जमा होने से यथांसभव रोकने के लिए है। चावल के व्यापारियों का कहना है कि थाईलैंड के पड़ोसी वियतनाम में भी चावल की तकरीबन यही कीमत है।यह थाई सरकार के प्रयासों का नतीजा है। इस हफ्ते थाईलैंड में चावल की कीमत 533 डॉलर प्रति टन थी जबकि बीते हफ्ते में यह कीमत 530 डॉलर प्रति टन थी। इसके बावजूद सितंबर की शुरूआत से कीमत 4 फीसदी अधिक हैं। सरकार एक नई योजना ला रही है, जिसके तहत सरकार उस समय सब्सिडी देगी जब किसान निजी क्षेत्र की कंपनियों को 297 डॉलर प्रति टन से कम कीमत पर बेचने के लिए बाध्य होंगे। इस योजना की शुरूआत एक अक्टूबर से शुरू होगी। चीन में मक्के की कीमतों में आने वाले दिनों में बढ़ोतरी हो सकती है। भारत में आने वाले दिनों के दौरान अनाज की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। कमजोर मानसून के कारण यहां धान की बुवाई कम हुई है और धान उत्पादन में कमी आने का अनुमान है। शुक्रवार को भारत में गेहूं की कीमतें 12,046 रुपये प्रति टन हो गई जो एक हफ्ते पहले 11,689 रुपये प्रति टन थी। (बिज़नस भास्कर)

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