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24 अगस्त 2009

कम पैदावार के अनुमान के बाद भी सोयाबीन में नरमी

देश में इस साल पैदावार घटने की आशंका के बावजूद सोयाबीन में बड़ी तेजी की संभावना कम है। मानसून में देरी के कारण बुवाई में विलंब के चलते नई फसल लगभग एक महीने देरी से आने की संभावना है। लेकिन पिछले सप्ताह सोयाबीन व सोया तेल की कीमतों में मामूली गिरावट भी यही संकेत दे रही है। सोयाबीन की बंपर पैदावार के लिए एक-दो अच्छी बारिश की जरूरत होती है। लेकिन आशानुरूप बारिश नहीं होने से इन दिनों सोयाबीन उत्पादक किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें उभरी हुई हैं। इस समय मध्य प्रदेश और गुजरात में सोयाबीन की फसल ठीक स्थिति में बताई जाती है। इन प्रदेशों में सोयाबीन के पौधों में फूल आना शुरू हो गया है। जहां पर बुवाई जल्दी की गई है, वहां फलियां भी लगने लगी है। लेकिन दाना लगने में अभी समय लगेगा। अब बारिश का एक अच्छा दौर आता है तो इन प्रांतों में पैदावार पिछले वर्ष के समान बैठ सकती है। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सोयाबीन की फसल की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं है। हालांकि इस साल सोयाबीन का रकबा पिछले वर्ष के समान होने का अनुमान है। इसके बावजूद मानसून की बेरुखी से पैदावार कम से कम दस फीसदी कम बैठने की आशंका है। पिछले वर्ष देश करीब 90 लाख टन सोयाबीन की पैदावार हुई थी। अब बारिश का एक अच्छा दौर नहीं होता है तो पैदावार 15 फीसदी तक कम हो सकती है। दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक व निर्यातक अमेरिका में भी सोयाबीन की पैदावार पिछले वर्ष के मुकाबले कम बैठने का अनुमान लगाया जा रहा है। पैदावार घटने के अनुमान के बावजूद अक्टूबर में आने वाली नई सोयाबीन के भाव 1600 से 1700 रुपये क्विंटल के बीच खुलने की उम्मीद की जा रही है। इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि स्टॉकिस्टों और प्लांटों के पास पर्याप्त स्टॉक होने से नई फसल आने तक सोयाबीन की कमी नहीं होगी जबकि मांग के मुकाबले स्टॉक बेहतर होने से सोया तेल के भाव भी दबे रहेंगे। सस्ते आयातित तेल का पर्याप्त स्टॉक होने से खाद्य तेल में तेजी की धारणा नहीं बन पा रही है। वहीं आर्थिक सुस्ती के चलते चालू वित्त वर्ष के दौरान सोया खली निर्यात में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इस वजह से सोयाबीन की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना कम है। उधर, पिछले सप्ताह मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में सोयाबीन के भाव मामूली गिरावट के साथ सप्ताहांत में 2300 से 2325 रुपये क्विंटल दर्ज किए गए हैं। सोया रिफाइंड तेल में भी कमोबेश यही रुख देखने को मिला है और इसके भाव भी 4650 रुपये क्विंटल तक उतर गए हैं। भावों में आगे मजबूती की संभावना कम होने से एनसीडीईएक्स में भी पिछले सप्ताह सितंबर वायदा सोयाबीन के भाव हल्की गिरावट से 2333 रुपये क्विंटल पर बंद हुए हैं। (Business Bhaskar)

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