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29 अगस्त 2009

त्योहारी मौसम करीब तो ज्वैलरी कारोबार में लौटी बहार

नई दिल्ली : त्योहारों और शादियों का उत्साह सोने की ऊंची कीमतों पर भारी पड़ने लगा है। दीवाली और शादियों के सीजन के नजदीक आने के साथ ही सोने की ज्वैलरी की मांग में 30 फीसदी की तेजी आ रही है। लोगों ने एडवांस ऑर्डर बुक कराना शुरू कर दिया है। साथ ही ज्वैलर्स भी मांग को पूरा करने के लिए अपने पास स्टॉक बढ़ाने में जुट गए हैं। दिल्ली के सर्राफा कारोबारी बता रहे हैं कि मौजूदा साल का अभी तक का कारोबार बेहद हल्का रहा है लेकिन अब मांग में बढ़ोतरी को देखते हुए वे काफी उत्साहित हैं। करोल बाग के कैलाश ज्वैलर्स के मालिक कीमती लाल जैन के मुताबिक, 'लोगों में सोने के लिए रुझान फिर से पैदा होने लगा है। लोगों ने अपने ऑर्डर बुक कराना शुरू कर दिया है। हमारे यहां रोज 250-300 ग्राम सोना बिक रहा है। इसके अलावा रोजाना करीब 5-7 लाख के हीरा जड़ित जेवर भी बिक रहे हैं।
पिछले साल के 12,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर से उछलकर इस साल सोना 1,5000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। सोने के लगातार 14,000-15,000 रुपए के स्तर पर बने रहने की वजह से लोग इसकी खरीदारी से दूर बने हुए हैं। इसी वजह से हर साल करीब 700 टन सोने का आयात करने वाले भारत में इस साल यह आयात 150 टन के आसपास रहने का अनुमान है। लेकिन अब सर्राफा कारोबारियों को उम्मीद है कि सोने की मांग में तेज इजाफा होगा। दरीबा बाजार के रतनचंद ज्वालानाथ ज्वैलर्स के तरुण गुप्ता के मुताबिक, 'लोगों में अब यह धारणा पैदा होने लगी है कि सोना इस स्तर से नीचे नहीं आएगा। ऐसे में त्योहारों के नजदीक आने के साथ ही लोग अब ऑर्डर देना शुरू कर रहे हैं। मांग में इस दौरान 30 फीसदी के करीब तेजी आई है। इस वजह से हम भी स्टॉक बढ़ाने में जुट गए हैं।' चांदनी चौक के कूचा महाजनी के बुलियन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट श्रीकिशन गोयल हालांकि कहते हैं कि मांग में जैसी बढ़ोतरी होनी चाहिए थी वैसी नहीं थी। गोयल के मुताबिक, 'पहले के सालों में त्योहारों पर सोना खरीदना एक परंपरा के तौर पर कायम था। अब लेकिन इतने ऊंचे भाव पर सोना खरीदना हर आदमी के बस की बात नहीं रही है।' (इत हिन्दी)

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