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30 जुलाई 2009

सरकारी खरीद से भी नहीं सुधरे खुले बाजार में कोपरा के दाम

सरकारी नोडल एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ मर्यादित (नैफेड) की भारी खरीद भी कोपरा के खुले बाजारों में भाव सुधारने में सफल नहीं हो पा रहे हैं। यही वजह है कि कोपरा के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं। उत्पादक राज्यों की थोक मंडियों में कोपरा के दाम 3200- 3500 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे है। जबकि नारियल का एमएसपी 4,450 रुपये प्रति क्विंटल है। सरकार ने इस साल एमएसपी 790 रुपये बढ़ाया था।कोपरा के दाम एमएसपी से नीचे रहने की वजह नारियल तेल निर्माताओं की ओर से मांग में कमी को माना जा रहा है। चेन्नई के कोपरा उत्पादक किसान मुत्तुलिंगा के अनुसार देश में खाद्य तेलों का भारी आयात होने की वजह से नारियल तेल निर्माताओं की ओर से मांग में भारी कमी आई है। सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबकि चालू तेल वर्ष में अब तक करीब 53 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हो चुका है जो कि पिछली समान अवधि के मुकाबले 63 फीसदी अधिक है। मुत्तुलिंगा का कहना है कि मलेशिया से सस्ती दर पर पाम तेल का भारी आयात होने के कारण नारियल तेल के मूल्यों में गिरावट आ रही है। यही कारण है कि नारियल तेल निर्माताओं की ओर से मांग कम है। इसके अलावा आर्थिक सुस्ती के कारण नारियल तेल की मांग भी गिरी है। उधर नैफेड के प्रबंध निदेशक एस. के. रूंगटा ने बिजेनस भास्कर को बताया कि नैफेड चालू सीजन में अब तक 13,095 टन कोपरा की खरीद कर चुकी है। जिसमें से 11,848 टन मिलिंग कोपरा और 1,247 टन बाल कोपरा की खरीद हुई है। पिछले साल महज 189 टन कोपरा की सरकारी खरीद हुई थी। इसमें 174 टन मिलिंग कोपरा और 15 टन बाल कोपरा शामिल था। प्रबंध निदेशक के अनुसार चालू सीजन के दौरान कोपरा की सरकारी खरीद 25,000 टन होने का संभावना है। हाल ही में अंडमान और निकोबार में भी कोपरा की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। कर्नाटक में कोपरा की क्वालिटी हल्की रहने के कारण इसकी खरीद देर से शुरू हुई थी।रूंगटा का कहना है कि नैफेड कम से कम 75 एमएम आकार वाले बाल कोपरा को ही एमएमपी पर खरीदता है जबकि कर्नाटक में बाल कोपरा का आकार घटकर 45 एमएम रह गया था। नैफेड ने इस आकार वाले बाल कोपरा की खरीद के लिए एमएसपी को 4700 रुपये घटाकर 4250 रुपये प्रति क्विंटल तय करने बाद खरीद शुरू की। देश में नारियल का उत्पादन मुख्य रूप से केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में होता है। विश्व में फिलीपींस और इंडोनेशिया में नारियल के प्रमुख उत्पादक देश है। पूरे विश्व का करीब 47 फीसदी नारियल का उत्पादन फिलीपींस में होता है। (Business Bhaskar)

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