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30 जुलाई 2009

भरोसा डगमगाने से विदेश में तमाम जिंसों के दाम गिरे

पिछले पखवाड़े के दौरान बुधवार को पहली बार तमाम जिंसों के मूल्यों में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका में उपभोक्ताओं के भरोसे में कमी आने के कारण वित्तीय बाजारों में सुस्ती का माहौल है। कारोबारियों का कहना है कि लंबी अवधि तक बढ़त के बाद यह गिरावट सामान्य है। अमेरिकी उपभोक्ता भरोसा संबंधी जारी आंकड़ों के चलते कमोडिटी बाजार का रुख बदल गया। उपभोक्ताओं के भरोसे में कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा डॉलर की मजबूती से भी कमोडिटी के मूल्यों में गिरावट को बल मिला। आखिरकार पिछले दो सप्ताह से चली आ रही तेजी लड़खड़ा गई और प्रमुख जिंसों के भावों में गिरावट रही। उपभोक्ता रुझान के आंकड़ों के असर से एशियाई बाजार भी नहीं बच पाए। एशियाई बाजार यूरोप की दिशा में ही चल रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से तेज गति से बढ़त दर्ज कर रही कमोडिटीज को नीचे गिराने में इन आंकड़ों ने ऐसे समय में भूमिका निभाई, जब कीमतें साल के उच्चतम स्तर पर थीं। क्रूड ऑयल 1.4 फीसदी की गिरावट के साथ 66.49 डॉलर प्रति बैरल, कॉपर 4.2 फीसदी गिरकर 5,405 डॉलर प्रति टन और सोने के भाव 2.4 फीसदी की गिरावट के साथ 933.60 डॉलर प्रति औंस पर रहे। लंदन के आरबीसी कैपिटल मार्केट्स में बेस मैटल के प्रमुख एलेक्स हीथ ने कहा कि बाजारों में पिछले दो सप्ताह से लगातार बढ़त थी, ऐसे में आगे की मजबूती के लिए यह गिरावट आई है। अब बाजार की नजर अमेरिका के दूसरी तिमाही के जीडीपी नतीजों पर लगी हुई है। इस सप्ताह जारी किए गए कॉरपोरेट आय के आंकड़े नकारात्मक तस्वीर पेश कर रहे हैं। माइनिंग और ऑयल कंपनियों को पहली छमाही में घाटा हुआ है और साल के बाकी छह महीनों के लिए निष्कर्ष भी ज्यादा उत्साहजनक नहीं हैं। प्रमुख आर्थिक आंकड़े उम्मीद से कमजोर हैं। लेकिन इन सबके बावजूद उपभोक्ता बाजार की ओर लौट रहे हैं। (Business Bhaskar)

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