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29 जुलाई 2009

कम बारिश से धान का बुवाई रकबा 27प्रतिशत गिरा

कृषि व खाद्य मंत्री शरद पवार ने कहा है कि मानसूनी बारिश कम होने के कारण धान की रोपाई इस साल 27 फीसदी पिछड़ गई है। इसके अलावा गन्ने की भी बुवाई करीब 2.5 फीसदी कम क्षेत्र में हो पाई है। गन्ने के बुवाई रकबे में आई कमी से कहीं ज्यादा गिरावट इसके उत्पादन में हो सकती है क्योंकि उत्पादक इलाकों में बारिश की कमी से फसल पर बुरा असर पड़ने का अंदेशा है। इन हालातों के बावजूद पवार ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि अगस्त में बेहतर बारिश होने की पूरी उम्मीद है।पवार ने मंगलवार को लोकसभा में सूखे पर हुई चर्चा के जवाब में बताया कि देश में अब तक सिर्फ 156 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो पाई है, जबकि पिछले साल अब तक 217 लाख हेक्टेयर में रोपाई हो गई थी। 22 जुलाई तक मानसूनी बारिश में 19 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। पवार ने कहा कि देश में 300 लाख टन चावल और 251 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद होने से खाद्यान्न की किल्लत होने की आशंका नहीं है।बारिश की संभावनाओं के बारे में पवार ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार अगस्त माह में बेहतर बारिश हो सकती है। अगस्त के हालात देखने के बाद ही सरकार परिस्थितियों पर विचार करेगी और ठोस फैसला करेगी। पवार ने गन्ने की बुवाई के बारे में कहा कि चीनी के इस कच्चे माल की बुवाई 438 लाख हेक्टेयर के बजाय 427 लाख हेक्टेयर में हो पाई है। (Business Bhaskar)

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