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28 मार्च 2009

सीमेंट क्षेत्र के मुनाफे में बढ़त जारी

मुंबई March 28, 2009
करीब 85,000 करोड़ रुपये से अधिक का घरेलू सीमेंट उद्योग मार्च तिमाही में राहत की सांस लेता नजर आ रहा है।
उद्योग जगत के विश्लेषकों और कारोबारियों के मुताबिक वर्तमान तिमाही इसके पहले के वर्षों की समान तिमाहियों की तुलना मंख बहुत ही बेहतर रहेगा। यह मुनाफा, राजस्व और लाभ हर लिहाज से बेहतर रहेगा।
सीमेंट की ऊंची कीमतें, लदान में हो रही महत्वपूर्ण प्रगति के साथ उम्मीद से बेहतर मांग है। इसके साथ ही कच्चे माल के लागत में कमी, उद्योग के अनुकूल सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कमी किए जाने का फैसला और आयातित सीमेंट पर कर लगने से उद्योग जगत को पिछली तिमाहियों की तुलना में बेहतरीन प्रदर्शन करने का मौका मिला है।
दक्षिण के बाजारों में लदान कम हुई है और कीमतें भी कम हैं। इसके बावजूद देश के अन्य भागों में बेहतर प्रदर्शन होने की वजह से उद्योग जगत को बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है। उत्तर भारत में बडे पैमाने पर काम करने वाले बिनानी सीमेंट के प्रबंध निदेशक विनोद जुनेजा ने कहा, 'वित्त वर्ष 2009 की चौथी तिमाही, सबसे बेहतरीन तिमाही साबित होगी।
सीमेंट की प्रति बोरी कीमतें पिछले साल की समान अवधि के 230-235 रुपये प्रति बोरी की तुलना में चालू तिमाही में कीमतें 245-250 रुपये प्रति बोरी हैं। शायद ही कोई कंपनी ऐसी हो, जिसके गोदाम में माल बचा हो, क्योंकि लदान बहुत बहुत ही शानदार रही है।' चालू तिमाही में सीमेंट की कीमतों में प्रति बोरी 8-12 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
पूर्वी और उत्तर भारत के बाजारों में कीमतें बेहरीन मिल रही हैं। जनवरी और फरवरी में लदान में क्रमश: 8.26 प्रतिशत और 8.73 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। इन महीनों में लदान क्रमश: 161.3 लाख टन और 160.7 लाख टन रही।
अगर हम लदान के ट्रेंड को देखें तो मार्च में उम्मीद की जा रही है कि लदान 175 लाख टन से ज्यादा रहे गी, जो देश के सीमेंट उद्योग के इतिहास में सर्वाधिक लदान होगी। एक विश्लेषक का कहना है कि सालाना आधार पर मार्च की तिमाही में मुनाफे में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होती है, लेकिन तिमाही आधार पर इस साल मुनाफा बेहतरीन रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में उद्योग जगत के मुनाफे में कमी देखी गई और यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 4-5 प्रतिशत गिर गया। वहीं चालू तिमाही में या तो मुनाफा पिछले साल जितना ही रहेगा या 1-2 प्रतिशत से ज्यादा नहीं गिरेगा।
सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और श्री सीमेंट के चेयरमैन तथा प्रबंध निदेशक हरि मोहन बांगुर ने कहा, 'उद्योग जगत ने फरवरी महीने में कीमतों में बढ़ोतरी देखी और मार्च में भी कीमतें बेहतरीन रहीं। अन्य तिमाहियों की तुलना में यह तिमाही निश्चित रूप से बेहतर रहेगी। जहां तक श्री सीमेंट की बात है, मुनाफा बेहतर रहने की उम्मीद है।'
जब उनसे सीमेंट उत्पादन क्षमता की कमी के बारे में पूछा गया तो बांगुर ने कहा कि यह बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं डालेगा। उन्होंने कहा कि लदान में वृध्दि दर मार्च में उम्मीद की जा रही है कि 8 प्रतिशत से ज्यादा होगी। इसके साथ ही श्री सीमेंट, अल्ट्रा टेक, ग्रासिम और इंडिया सीमेंट भी अपनी क्षमता का विस्तार कर रहे हैं।
ज्यादातर सीमेंट उत्पादकों का मुनाफा इस वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कम रहा है। एक विश्लेषक ने कहा कि चालू तिमाही ज्यादा अलग नहीं होगी, लेकिन निश्चित रूप से क्रमिक सुधार की गुंजाइश है। (BS Hindi)

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