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20 मार्च 2009

कॉटन पर एंटीडंपिंग ड्यूटी के खिलाफ भारत डब्लूटीओ में

नई दिल्ली. तुर्की में भारतीय कॉटन यार्न पर एंटी डंपिंग ड्यूटी के लगाए जाने के खिलाफ भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) में अपील की है। अपील में लगाई गई एंटी डंपिग ड्यूटी हटाने की मांग की है। तुर्की ने हाल में भारत से आयात होने वाले कॉटन यार्न पर ड्यूटी लगाई है।अपील में कहा गया है कि डब्लूटीओ नियमों के अनुसार तुर्की आयातित कॉटन यार्न पर अधिकतम 5 फीसदी आयात शुल्क लगा सकता है। जबकि तुर्की द्वारा लगाई गई एंटी डंपिंग ड्यूटी के बाद यह शुल्क 15 फीसदी तक हो गया है जो डब्लूटीओ नियमों के खिलाफ है। तुर्की से कॉटन यार्न के निर्यात में पिछले दो सालों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिससे स्पष्ट है कि आयातित कॉटन यार्न से वहां के घरेलू उद्योग पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ रहा है। इसको देखते हुए भी तुर्की द्वारा लगाई गई ड्यूटी गलत है। इसके अलावा तुर्की में विभिन्न देशों से आयात होने वाले कॉटन यार्न का औसत मूल्य 2.67 डॉलर प्रति किलो है। जबकि भारत से जाने वाला कॉटन यार्न 3.30 डॉलर प्रति किलो का होता है जो भारत में कॉटन यार्न की उत्पादन लागत से अधिक है। तुर्की में तैयार होने वाले कॉटन यार्न के दाम 3.67 डॉलर प्रति किलो है। तुर्की को कॉटन यार्न निर्यात करने वाले देशों में भारत सबसे ऊपर है। तुर्की के कॉटन यार्न के बाजार में भारत की हिस्सेदारी 30 फीसदी है।हाल ही में तुर्की ने भारत से आयात होने वाले स्पंज यार्न और ब्राजील ने विस्कोस यार्न पर एंटी डंपिंग शुल्क लगाया है जो डब्लूटीओ नियमों के खिलाफ है। उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों के अनुसार भारत इसके खिलाफ भी डब्लूटीओ में जाने की तैयारी कर रहा है। (Busienss Bhaskar)

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