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21 जनवरी 2009

एफसीआई के टेंडर मांगने के बाद दिल्ली में गेहूं सस्ता

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा 50 हजार टन गेहूं बिक्री के लिए निविदा मांगे जाने से दिल्ली बाजार में मंगलवार को गेहूं के भाव में 25 से 30 रुपये की गिरावट आकर भाव 1185 से 1190 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। दिल्ली में गेहूं की आवक 9,000 बोरी की रही। गेहूं व्यापारी कमलेश जैन ने बताया कि जल्द ही एफसीआई का गेहूं बाजार में आने की उम्मीद में भावों में गिरावट आई है। निविदा भरने की अंतिम तिथि 26 जनवरी है। हालांकि उक्त गेहूं की आवक फरवरी के पहले सप्ताह में ही हो पाएगी।एफसीआई ने दिल्ली बाजार में निविदा के तहत फ्लोर मिलों को हर महीने 50,000 टन गेहूं दे रही थी जिसको बढ़ाकर एफसीआई ने 1.5 लाख टन कर दिया गया है। ऐसे में अगले महीने इसके मौजूदा भावों में और भी गिरावट आ सकती है क्योंकि दिल्ली बाजार में चल रही कीमतों के मुकाबले एफसीआई का गेहूं फ्लोर मिलों को काफी सस्ता पड़ रहा है। एफसीआई ने गेहूं का न्यूनतम भाव 1027 रुपये प्रति क्विंटल रुपये तय किया है। हरियाणा-पंजाब की फ्लोर मिलों के लिए गेहूं का न्यूनतम मूल्य 1021 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। उधर हरियाणा और पंजाब की मंडियों में गेहूं के भाव 1100 से 1150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। पहली जनवरी को भारतीय खाद्य निगम के पास गेहूं का 182 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ है जोकि बफर स्टॉक 82 लाख टन के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा है।तीन महीने बाद अप्रैल महीने में नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी और अनुकूल मौसम को देखते हुए चालू सीजन में देश में गेहूं का उत्पादन पिछले वर्ष के 784 लाख टन से ज्यादा होने की संभावना है। इन हालातों में एफसीआई को नए सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद भी पिछले साल के 226 लाख टन से ज्यादा करनी पड़ सकती है। गेहूं व्यापारी धमेर्ंद्र गिल ने बताया कि पिछले दो सालों से गेहूं स्टॉकिस्टों को नुकसान उठाना पड़ रहा है इसलिए नई फसल में स्टॉकिस्टों की खरीद कम रह सकती है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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