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30 अक्तूबर 2008

गन्ना बुवाई की नई तकनीक से लागत घटेगी

स्विटजरलैंड की एग्रोकेमिकल कंपनी सिंजेंटा ने गन्ना बुवाई की नई तकनीका का इजाद किया है। इस तकनीक वाली मशीन के इस्तेमाल से कम लागत में गन्ने की बुवाई की जा सकती है। कंपनी ने मुख्य रूप से यह तकनीक ब्राजील के लिए ईजाद की है। कंपनी के मुताबिक सिंजेंटा गन्ने की बुवाई लागत कम करने की कोशिश में बहुत पहले से लगी हुई थी। जिस पर अब सफलता हासिल हुई है। इस तकनीक की शुरूआत साल 2010 तक होने की उम्मीद है। कंपनी के मुताबिक इसके इस्तेमाल से 2015 तक करीब 30 करोड़ डॉलर रोजाना की बचत की जा सकेगी। मौजूदा समय में मजदूरी और दूसरी वजहों से गन्ने की बुवाई काफी महंगी बैठती है। वहीं कटाई 30-40 सेमी ऊपर से करनी पड़ती है। जबकि सिंजेंटा की तकनीक से कटाई की लंबाई काफी कम हो जाएगी। इस तकनीकी से उन किसानों को ज्यादा फायदा हो सकता है, जो कई बार गन्ने की बुवाई करते हैं। वहीं इसके इस्तेमाल से उत्पादकता में भी करीब 15 फीसदी की बढ़त होने की संभावना जताई जा रही है। कंपनी ने इस तकनीक को विकसित करने के लिए कुछ अमेरिकी कंपनियों का भी सहारा लिया है। ब्राजील दुनिया का प्रमुख गन्ना उत्पादक देश है। वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की बढ़ी कीमतों के मद्देनजर आने वाले दिनों में एथनॉल की मांग बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। चूंकि एथनॉल गन्ने से बनता है, लिहाजा ब्राजील में दुनिया के दूसरे देश भी ठेके पर गन्ने की खेती करने की पहल कर चुके हैं। इस साल यहां करीब 80 लाख हैक्टेयर में गन्ने की खेती हुई है। जबकि मौजूदा गन्ना उत्पादन करीब 50 करोड़ टन है। (Business Bhaskar)

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